मन और विचार
१. सर्वश्रेष्ठ महापुरुष शान्त, निर्वाक और अज्ञात होते ह [...]
१. सर्वश्रेष्ठ महापुरुष शान्त, निर्वाक और अज्ञात होते ह [...]
१. ईश्वर नित्य, निराकार, सर्वव्यापी है। उसे विशेष रूपधा [...]
१. सच्चे और निष्कपट भाव से ईश्वर की खोज को भक्तियोग कहत [...]
१. मैं यह कर सकता हूँ, यह नहीं कर सकता, ये सब भी कुसंस् [...]
१. इस शक्ति की प्राप्ति तो एक आत्मा एक दूसरी आत्मा से ह [...]
१. साधारण गुरुओं से श्रेष्ठ एक और श्रेणी के गुरु होते ह [...]
१. हिन्दू शब्दों और सिद्धान्तों के जाल में जीना नहीं चा [...]
१. मन आसानी से नहीं जीता जा सकता। हलकी से हलकी उत्तेजना [...]
१. वेदान्त प्रतिपाद्य ब्रह्म इस शर्त को पूर्ण करता है, [...]
१. प्रत्येक के भीतर अवस्थित सत्य तो वही एकमात्र, अनन्त, [...]