ज्ञान और विज्ञान
१. तुम स्वभावतः मुक्त हो, तुम स्वभावतः शुद्धस्वभाव हो। [...]
१. तुम स्वभावतः मुक्त हो, तुम स्वभावतः शुद्धस्वभाव हो। [...]
१. जड़वादी कहता है कि मुक्ति की वाणी एक भ्रम है। विज्ञान [...]
१. प्रत्येक आत्मा अव्यक्त ब्रह्म है। बाह्य एवं अन्तः- प [...]
१. गीता तो छोटे के अन्दर महान् को देखने की शिक्षा देती [...]
१. वेदों में ज्ञानकांड जिसे उपनिषद् कहते है उन्हें ही व [...]
१. सम्प्रदायों में समन्वय साधित हो और इस अद्भुत समन्वय [...]
१. हमारी दृष्टी समानता के उस महान् सन्देशवाहक पैगम्बर म [...]
१. ईसाई धर्म के सबसे गम्भीर तथा उदात्त विचार यूरोप में [...]
१. परमात्मा से एकीभूत जीवात्मा ही शक्तिमान है, और कोई श [...]
१. जहाँ तक दर्शन की बात है, तथागत के शिष्यों ने वेदों क [...]